बेहतर स्वास्थ्य, आपके द्वारः तरूणी कार्यक्रम

गाँव हलाई की भागल, जिला राजसमन्द की कैलाशी बताती है कि जब पहली बार स्वास्थ्य कार्यकर्ता से मिली और उन्होंने मेरा चयन एक तरूणी सखी के लिए किया तो उस समय मुझे पता ही नहीं था कि मैं एक ऐसे काम से जुड़ने जा रही हूँ, जिससे केवल मुझे ही नहीं बल्कि मेरे गाँव की अन्य महिलाओं को भी लाभ होगा। स्वास्थ्य कार्यकर्ता की बात सुनकर पहली बार मुझे बहुत अटपटा लगा था, लेकिन मैने एक बार में ही इस काम के लिए हाँ कह दिया। इस काम के लिए कोई तनख्वाह नहीं थी, पर स्वैच्छिक रूप से इस काम से जुड़ने से कई महिलाओं को फायदा होता। तरूणी सखी के रूप में मेरा काम महिलाओं को गर्भनिरोधक साधन, पेशाब की जाँच किट व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाना व जानकारी देना था। तरूणी सखी बनने के बाद मैंने खुद भी गर्भनिरोधक साधन काम में लेना शुरू किया, साथ ही महिलाओं को भी उनकी इच्छा से साधन उपलब्ध करवाने लगी। जब भी सामग्री, जैसे काॅण्डम, रोजाना गोली, स्वयं जाँच किट, सेनेटरी पैड या माहवारी कप की महिलाऐं मांग करती हैं, तो मैं उदयपुर में हेल्पलाईन पर फोन लगाकर सामान मंगवा लेती हूँ।

प्रजनन स्वास्थ्यः एक नजर

एक आदर्श स्थिति में अक्सर यौन जीवन को खुशहाल बनाने के लिए युवा महिला व पुरूष केवल सामाजिक ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से भी अपने परिवार को मजबूत करने की जिम्मेदारियाँ निभाते हैं, लेकिन अक्सर आर्थिक दृष्टि से कमजोर युवा दम्पत्तियों को प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैै। युवा जीवन की रूपरेखा तय करने के लिए सबसे पहले अपने परिवार का आकार तय करना चाहते हैं कि उन्हें कब व कितने बच्चे चाहिए। इसके लिए उन्हें परिवार नियोजन संबंधी उचित जानकारी व सुविधाओं की जरूरत होती है। वर्तमान में विभिन्न गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता के बावजूद ऐसे कई कारण हैं, जिसके कारण वे इच्छानुसार व गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन साधनों से अभी भी वंचित है जैसे –

  • गर्भनिरोधक साधनों के विकल्पों के बारे में जानकारी का अभाव
  • परिवार से अपेक्षित सहयोग की कमी
  • दूर-दराज ईलाकों में प्रजनन स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवाओं की कमी
  • स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा गर्भनिरोधक के एकाध साधन पर ज्यादा जोर
  • संबंधित आवश्यक सलाह-मशवरा की सुविधा का अभाव

इन परिस्थितियों में अक्सर अनचाहा गर्भधारण व परिवार का बड़ा आकार, परिणाम के रूप में सामने आता है। इसलिए कैलाशी जैसी सैकड़ों महिलाऐं तरूणी कार्यक्रम से जुड़कर अपने गाँव की जरूरतमंद महिलाओं को उनकी अपनी पसंद से गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध करवाने में जुट गई।

कैलाशी की ही तरह सितम्बर 2020 तक 628 सखियाँ इस कार्य से जुडी है|

तरूणी कार्यक्रम

उदयपुर व राजसमन्द के चयनित क्षेत्र में इच्छानुसार गर्भधारण के बारें में निरंतर समझ बनाने, उसके आधार पर प्रजनन एवं परिवार नियोजन पर अहम् निर्णय लेने में महिलाओं को सक्षम बनाने और समुदाय में ही स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाने हेतु सन् 2015 से अर्थ संस्था द्वारा तरूणी कार्यक्रम के रूप में चलाया गया। इस कार्यक्रम के तहत –

  • सर्वप्रथम, जनसंख्या व भौगोलिक स्थितिनुसार लगभग 700-800 की जनसंख्या पर एक सामुदायिक स्वास्थ्य महिला उद्यमी, तरूणी सखी का चयन कर उसको प्रशिक्षित किया गया।
  • सखियों को प्रजनन सामग्री, जैसे पेशाब की जाँच किट, अन्य गर्भनिरोधक साधन एवं सामग्री अर्थ संस्था द्वारा एक स्थापित सप्लाई चेन प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया।
  • महिला उद्यमियों ने अपने समुदाय की महिलाओं को न्यूनतम सेवा शुल्क पर सामग्री उपलब्ध करवायी। इस प्रयास से सैकड़ों उद्यमी सखियों को अतिरिक्त मामूली आमदनी प्राप्त हुई।
  • अतिरिक्त सलाह के लिए तरूणी हेल्पलाईन से महिलाओं ने बात करी व आवश्यकता पड़ने पर सखियों ने महिलाओं को निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्र पर रेफर किया।

कार्यक्रम क्षेत्र

जिला गाँव/ वार्डजनसंख्या
उदयपुर3214,16,095
राजसमंद1651,67,852
कुल4865,83,946

महिला प्रजनन स्वास्थ्यः नवाचार

रितुकपः माहवारी प्रबंधन के लिए एक आधुनिक, सुरक्षित व भरोसेमंद उपाय

माहवारी के दौरान बेहतर स्वच्छता व इससे जुड़ी हुई परेशानियों को कम करने के लिए संस्थान द्वारा कार्यक्षेत्र में 11 जुलाई 2019 में माहवारी कप का रितुकप के नाम से उद्घाटन किया गया।

सैकड़ों महिलाओं ने रितुकप को अपनाया व अपने रिश्तेदारों व सहेलियों को भी इसके बारे में बताया।

मुक्ति: लंबे समय तक गर्भनिरोधक साधन के तौर पर एक और विकल्प

ऐसी महिलाऐं, जिन्हें अगला बच्चा नहीं चाहिए या जो परिवार सीमित करना चाहती हैं। वे लंबे समय तक असर करने वाला गर्भनिरोधक साधन अपनाना चाहती है, जिसे कभी भी बदला जा सके। मुक्ति को ऐसी ही महिलाओं के बीच अप्रेल 2015 में उपलब्ध करवाया गया।

पिछले 5 वर्षो में 1,720 महिलाओ ने मुक्ति अपनाई है |

स्वयं गर्भ जाँच किटः गर्भधारण का जाँच स्वयं करें

बाजार में कई गर्भधारण जाँच किट उपलब्ध है, लेकिन जब ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की बात आती है, तो गर्भधारण जाँच किट की उपलब्धता से लेकर उसके उपयोग व परिणाम आधारित सलाह व सुविधाओं तक पहुँच सीमित हो जाती है। स्वयं जाँच नहीं कर पाने की स्थिति में परिणाम गोपनीय नहीं रह पाता।

इसलिए गर्भधारण की जाँच को सरल, सहज व गोपनीय बनाने के लिए स्वनिर्देशित लिफाफा मय स्वयं जाँच किट उपलब्ध करवाया गया, जिसमें चित्र को देख महिलाऐं आसानी से अपने घर पर स्वयं जाँच करती हैं।

अचानक मिलन के लिए तुरंत साधन

ऐसे दम्पत्ति व नवविवाहित युवा जो कभी- कभार अपने साथी से मिलते है, जिसके कारण वो किसी नियमित साधन को अपनाने से कतराते है या अचानक शारीरिक संबंध के कारण अनचाहा गर्भधारण होने का संकट होता है। ऐसे परिस्थिति में संबंध के 3 दिन के भीतर तुरंत गोली का उपयोग करने से गर्भधारण टाला जा सकता है। 26 सितम्बर 2020 को विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा तुरंत गोली के नाम से तुरंत साधन का उद्घाटन किया गया। जिसके लिए सैकड़ों स्वास्थ्य सखियों को प्रशिक्षण द्वारा समुदाय में दम्पत्तियों को आवश्यक सलाह देने के लिए क्षमतावर्द्धन किया गया।

कॉरोना बीमारी व लाॅकडाउन

मार्च 2020 के बाद कॉरोना वायरस बीमारी व लाॅकडाउन के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक अचानक घर लौट आयें। कईयों के हाथों में काम धंधा नहीं रहा। इसलिए वे बहुत जल्द समझ गये हैं कि यह परिवार बढ़ाने के लिए उचित समय नहीं है।

मार्च 2020 रोजाना गोली, काॅण्डम, स्वयं जाँच किट की मांग डेढ़ से दोगुना बढ़ गई। ऐसी परिस्थिति में स्वास्थ्य सखियों ने इन मांगों को पूर्ण किया। जिसके कारण कई दम्पत्ति अनचाहे गर्भधारण को टालने में सफल हुए।

समुदाय में प्रजनन स्वास्थ्य सुविधाएं अप्रेल 2015- सितम्बर 2020

सामग्री वितरण / सेवा मात्रा
पेशाब की जांच किट 42,003
रोजाना गोलियां पत्ते 27,420
काॅण्डम पैकेट 14,062
सेनेट्री पैड 19,091
तुरंत गोली 3,105
रितुकप 1,504
महिलाएं जिन्होने मुक्ति
अपनाया
1,720
तीन माह के टीका 10,071